सीबीगंज (बरेली)। बेबस नजर आ रही है सीबीगंज की पुलिस, ऐसा इसलिए है क्योंकि कोर्ट के आदेश के बाद भी विवाहिता को ससुराल में एंट्री नही दिला पाने की स्थिति में दिख रही है स्थानीय पुलिस, कई बार जा चुकी है पीड़ित विवाहिता ससुराल, लेकिन घर में बहु के आने की सूचना पर ससुराल वाले ताला लगाकर हो जाते हैं फरार।
जानकारी के अनुसार, मार्च 2023 में सीबीगंज थाना क्षेत्र के परसाखेड़ा गाँव की एक महिला के केस में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था जो महिला के पक्ष में था। कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया था कि महिला को ससम्मान उसकी ससुराल भेजा जाए और उसकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए, जिसके बाद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा भी थाना सीबीगंज पुलिस को निर्देश दिए गए थे कि कोर्ट के आदेश को अमल में लाया जाए। जिस पर थाना सीबीगंज पुलिस के द्वारा दस माह तक तो कोर्ट के आदेश को अनदेखा किया जाता रहा, और फिर महिला के ससुराल वालों से संपर्क कर महिला को वहाँ भेजने की तैयारी भी की गई, लेकिन जब महिला और पुलिस दोनों महिला की ससुराल पहुँचे तब देखा कि ससुराल वाले घर पर ताला लगाकर फरार है। काफी इंतजार करने के बाद मायूस होकर महिला अपने मायके लौट गई।
रविवार को भी एक बार फिर से महिला ने अपने वच्चे को लेकर ससुराल का रुख किया, जब महिला ससुराल विवियापुर गाँव पहुंची तो फिर से देखा घरवाले घर पर ताला लगाकर फरार हैं आस पास के लोगों से जब उनके बारे में पूछा कि उसके ससुराल के लोग कहाँ गए हैं तो उन्होंने बताया कि अभी कुछ देर पहले ही कहीं चले गए हैं कहाँ गए हैं हमें नही पता।
महिला ने इसके बाद ग्राम प्रधान और थाना पुलिस को इसकी सूचना दी, थाना पुलिस की तरफ से उप निरीक्षक के साथ पुलिस टीम भी विवियापुर गाँव पहुंची लेकिन उसके बाद भी महिला को ससुराल में आश्रय नही मिल सका, महिला का आरोप है कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस उनके ससुराल वालों से मिली हुई नजर आ रही है, फिल्हाल रविवार को भी एक बार फिर महिला को मायूस होकर अपने मायके ही लौटना पड़ा। और इस मामले में थाना पुलिस भी कोर्ट के साथ कप्तान के आदेश का अनुपालन न करा पाने में बेबस नजर आई।
महिला ने दोबारा सीबीगंज पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर या तो उसकी ससुराल ससम्मान भेजने की गुहार लगाई और यदि पुलिस उसकी ससुराल महिला को ससम्मान नहीं भेज सकती है तो कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
थाना सीबीगंज पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज न होने के कारण थाने से भी निराश होकर महिला अपने बच्चे के साथ मायके की तरफ रुख कर गई।