धार संवादाता मुकेश ( धनराज ) राठोड
बड़ी खट्टाली (निप्र) – चारभुजा धाम खट्टाली को पूरे क्षेत्र में अपनी अलग पहचान दिलाने वाला डोल ग्यारस पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। ये एक ऐसा आयोजन जो दुर दूर रह रहे भक्तो को अपने आप खिव्हे लाता है जिसका इंतजार हर किसी को पूरे वर्ष रहता है ।आज हो रहा है। इस महाआयोजन का शुभारंभ प्रातः मंगला आरती 06.00 बजे से हुआ।आरती पश्च्यात प्रभात फेरी पूरे नगर में निकली गई ।जिसमें मधुर स्वरों में भजन कीर्तन करते हुए भक्तगण पुनः चारभुजा मंदिर प्रांगण पहुंचे ।
वही भगवान की श्रृंगार आरती में भगवान चारभुजा नाथ की आरती के बाद होता है। इस विशेष आयोजन में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का आगमन। यहाँ विशेष बात यह है कि यहां मिलने वाला (मठडी,सागर,लड्डू) का प्रसाद जो कि राजस्थान सांवरिया सेठ के मशहूर कारीगरों द्वारा तैयार किया गया श्रद्धालु मंदिर में दर्शन उपरांत सशुल्क प्राप्त करते है । जिसकी सम्पूर्ण देखरेख चारभुजा महोत्सव समिति सदस्यों द्वारा कि जाती है।करीब 12,30 बजे मंदिर पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम जो कि करीब 11 बंदूको की सलामी देकर होता है जिसे हर कोई देखकर अभिभूत होता है । पर्व को लेकर ग्राम के सभी समाज में उत्साह देखा गया। ध्वजारोहण के बाद होती है राजभोग आरती जिसमे भगवान को छप्पन भोग की प्रसादी भोग स्वरूप चढ़ाई गई। राजभोग आरती में भगवान श्री चारभुजा नाथ जी का रूप जीवन्त स्वरूप में देखा गया।इस एक दिवसीय डोल ग्यारस के मेले में झाबुआ, धार, इंदौर ,अलीराजपुर, खरगोन,छोटा उदयपुर ,वडोदरा गुजरात के विभिन्न श्रद्धालु विशेष रूप से पहुंचते है।
उक्त आयोजन में क्षेत्र के आदिवासी भाई भी बड़ी संख्या में शरीक होते हैं। इस पूरे दिन का विशेष आकर्षण चल समारोह रहा। जिसमें हाथी, घोड़े ,बग्गी आदि के साथ चल समारोह का अपना अलग महत्व होता है । एक ओर रंग बिरंगी गुलाल, फूलो ओर प्रभु के रंग की होली हर कोई अपनी भक्ति को प्रभु के श्रीचरणों में होता हुआ अपने आप को धन्य करता नजर आया। ग्राम में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए माहेश्वरी समाज ,जैन समाज, राठौड़ समाज, ब्राह्मण समाज, सेन समाज एवं प्रजापत समाज, मुस्लिम समाज,कर्मचारी वर्ग, सहित समस्त समाज जन काफी सक्रिय रहे।
उक्त आयोजन में राणापुर,,जोबट ,अलीराजपुर, नानपुर, से पैदल श्रद्धालु बड़ी संख्या में पैदल आये जिनका स्वागत चारभुजा महोत्सव समिति ।हरि सत्संग समिति द्वारा किया गया समिति द्वारा जगह-जगह टी स्टाल व पानी की व्यवस्था की गई डोल ग्यारस पर्व पर रहने वाले जन सैलाब को देखते हुए समिति द्वारा कैमरे की निगरानी में सुरक्षा रखी गई की गई। जहा एक ओर भक्तो का सैलाब उमड़ा
कई प्रशानिक व राजनीतिक हस्तियो ने भगवान श्रीचारभुजानाथजी के दर्शन किये।कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह से मुस्तेद रहा वही पुलिस टीम भी हर आने जाने वाले व भीड़ भाड़ वाली जगहों व मंदिर प्रांगण में अपनी विशेष निगरानी रखे हुए दिखी।
कार्यक्रम की झलकियां
(1) विभिन्न छह आरतियों में चारभुजा नाथजी का अलग अलग स्वरूप।
(२) समिति द्वारा कैमरे से निगरानी रखी गई
(3) बड़ी संख्या में वनवासी भाई उपस्थित रहे
(4) कार्यक्रम में ह, घोड़ा, पालकी,,बैंडबाजे आकर्षक का केंद्र बने।
(४) जगह जगह भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
(५) “कौन हमारे साथ है चारभुजा नाथ हैं “जयकारों से गूंजा खट्टाली।
चित्र (1) चारभुजा नाथ जी के आकर्षक श्रृंगार का।
(2)खट्टाली में निकले चल समारोह का।
(३)समिति द्वारा प्रसादी वितरण की गई