रिपोर्टर अंकित राठौड़ बगड़ी
माता के मंदिर में अष्टमी सुबह से ही श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया था देखते ही देखते देर शाम तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे और मानसरोवर तालाब में डुबकी लगाकर माता की आराधना की रामनवमी की सुबह पूरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया था करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां पहुंचकर मानसरोवर तालाब में डुबकी लगाई चौसठ योगिनी माता का मंदिर धार जिले सहित अन्य जिलों मैं भी काफी प्रसिद्ध तीर्थ स्थान के रूप में जाना जाता है क्षेत्रीय नवरात्रि के दिनों में यह काफी महत्वपूर्ण स्थान के रूप में जाना जाता है समूचे निमाड़ अंचल से श्रद्धालु यहां आकर अपनी कुलदेवी माता की पूजा अर्चना करते हैं सभी श्रद्धालु अपने घरों से अपनी कुलदेवी और पूजा सामग्री लेकर मानसरोवर तालाब में पहुंचते हैं और तालाब में डुबकी लगाकर माता की आराधना करते हैं अष्टमी की रात्रि में होता है रात्रि जागरण प्राचीन मान्यता अनुसार चैत्र नवरात्रि की अष्टमी की रात मैं यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं और पूरी रात रात्रि जागरण कर माता की आराधना करते हैं