राजगढ़ से पवन राठौर कि रिपोर्ट
राजगढ़ के समीप श्री महावीर हनुमान गौशाला एवं आश्रम पर ब्रह्मलीन संत श्री रामशंकरदास जी महाराज प्रतिमा स्थापना महोत्सव के उपलक्ष्य में 108 कुण्डीय श्री रामाचार्य(राम नाम जाप) महायज्ञ भव्य भवोध्दारक श्री राम कथा, सर्व सनातन समाज निशुल्क कन्या विवाह सम्मेलन एवंविशाल नगर चौरासी (भण्डारा ) अंतर्गत 6 से 16 अप्रैल तक महोत्सव में 6 अप्रैल को भव्य कलश यात्रा निकाली गई एवं 7 अप्रैल को श्री राम कथा के प्रथम दिन कथा पोथी का पूजन कर कथावाचक श्री माधवी जी पाठक के मुखारविंद से कथा प्रारंभ की गई।
प्रथम दिन श्री माधवी जी पाठक ने व्यास गादी से पांडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया कि कलयुग में राम नाम संकीर्तन से भवसागर से पार पाया जा सकता है, गुरु एवं तोते की कथा एवं अन्य दृष्टांत प्रस्तुत कर कहा कि जहां कथा होती है वहां थोड़ा समय निकालकर कथा को श्रवण करना चाहिए। क्योंकि कथा रोज-रोज नहीं होती व्यथा रोज-रोज होती है। जो कथा श्रवण करता है उसे व्यथा में नहीं उलझना पड़ता है।